रविवार, 10 दिसंबर 2017

google company (Motivation story) in hindi

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 अाज हम पढने वाले है। google company ke bare me। गुगल की स्थापना कब हुई। गूगल की स्थापना कीसने की । larry page अौर sergey brin कौन है। इन सभी सवालो का जवाब अाज मै अापको दुगा

 दुनिया की सबसे बडे़ सर्च गूगल ने 2005 मे अाधिकारिक तौर पर अपना जन्मदिन 27 सितंबर को मनाने की घोषणा की थी। इसके पहले गूगल ने अपने बर्थडे की तारीख़ कई बार बदली है। 4 सितंबर , 1998 को बनी इस कंपनी ने सितंबर महिने के कई दिनों को अपने बर्थडे के तौर पर चुना था। 4, फिर 7, अौर 15, व 26 सितंबर के बाद अाखिरकार 2005 मे गूगल ने  27 सितंबर को अपना जन्मदिन तय कर लिया। 2005 के बाद से हर 27 सितंबर को गूगल अपने होम पेज पर अाकर्षक डुडल बनाता है। ब्रांड गूगल' की चमत्कारिक सफलता की कहानी कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड युनिवर्सिटी के दो छात्रों के बिच दोस्ती के साथ शुरु हुई। शुरुअात मे इन दोस्तो ने गूगल कंपनी एक कार गैराज से शुरु की थी , जो अाज बहुत ही अधिक लोकप्रिय बन चुकी है। इंटरनेट सर्च मशीन से शुरु कर गूगल अब ई- मेल , फोटो अौर विडियो, भुसर्वेक्ष​ण नक्शों अौर मोबाइल फोन जैसी सेवाएं देने वाली अाँलराउंडर कंपनी बन गई है। सभी सेवाएं मुफ्त है। कमाई होती है व्यावसायिक कंपनियों से मिलने वाले विज्ञापनो से । गूगल की शुरुआत गैराज मे बनाए गए अाँफिस से हुई थी। अाज गूगल के हेडक्वार्टर गूगलप्लेक्स समेत गूगल के 40 देशों मे 70 से ज्यादा अाँफिस है।


दो मालिक है अापस मे नही पटती थी दोनों की-

sergey brin अौर larry page 22- 23 साल के थे, जब 1995 मे पहली बार मिले। उस समय दोनों के बीच बिल्कुल नहीं पटती थी। हर बात पर बहस हो जाया करती थी। दोनों के माता- पिता बेहद पढे -लिखे टेक्नोक्रेट्स थे।


मिलकर बनाई सर्च मशीन-

larry pageअौर sergey brin को दोस्त बनाया एक समस्या ने । वह थी इंटरनेट जैसे सुचनाअो के महासागर मे से किसी खास सूचना को कैसे ढूंढा जाए? दोनों ने मिल कर एक सर्च-मशीन बनाई , एक एेसा कम्प्यूटर जो कुछ निश्चित सिद्धांतो अौर नियमों के अनुसार किसी सुचना भंडार मे से ठीक वही जानकारी ढुंढकर निकाले ,जो हम चाहते है। स्टैनफोर्ड युनिवर्सिटी मे ही किए परीक्षण - बुनियादी सिद्धांत ये था कि हाइपर लिंकिंग की मदद से किसी वेबसाइट को सर्च किए टर्म के हिसाब से इंटरनेट से खोजकर एक समझने योग्य सुची बनानी है। युजर जिस भी शब्द प्रश्न या अार्टिकल को सर्च , कम्प्यूटर उसके बारे मे जितनी हो सके संबंधित जानकारी युजर्स के सामने पेश कर दे। ये एक एेसी गुत्थी थी जिसे लैरी पेज अौर सर्जि ब्रिन ने मिलकर सुलझाया । दोनों ही प्रोफेशनल दोस्तों ने स्टैनफोर्ड युनिवर्सिटी मे ही अारंभिक परिक्ष​ण किए। इसके लिए 11 लाख डाँलर धन जुटाया । लैरी पेज ने सबसे पहले वल्ड वाइड वेब की मैथेमैटिकल प्राँपर्टिज को समझने की कोशिश की। लैरी पेज ने इंटरनेट का हाइपरलिंक स्ट्रक्चर एक ग्राफ की मदद से समझा इसके बाद लैरी पेज ने सर्जि ब्रिन के साथ एक रिसर्च प्रोजेक्ट' BackRub' के साथ जुडकर काम करना शुरू किया। दोनों दोस्तों ने एक साथ जुडकर काम करना शुरू किया। दोनों दोस्तों ने एक साथ कई प्रोजेक्ट किए अौर अंत मे 4 सितंबर ,1998 मे इन दोनों ने मिलकर कंपनी की नींव रखी।


कार- गैरेज मे बनी गूगल इनकाँपरेटेड -

दोनों ने 7 सितंबर 1998 को , गूगल इनकाँपरेटेड के नाम से मेनलो पार्क कैलिफोर्निया के एक कार गैरेज मे अपनी कंपनी बनाई अौर काम शुरु कर दिया। दो ही वर्षो मे गूगल का नाम सबकी जुबान पर था। जर्मनी मे कम्प्यूटर विज्ञान के प्रोफेसर डिर्क लेवान्दोस्की का मत है कि याहु जैसे अपने अन्य प्रतियोगियों की तुलना मे गूगल शायद ही बेहतर है, लेकिन उसकी सार्वजनिक छवि कहीं अच्छी बन गई है।

सितंबर 2007 मे गूगल ने पुूरा किया अपना पहला दशक-

यह उसकी चमत्कारिक सफलता का रहस्य है। इंटरनेट को दुनिया मे अाए दो दशक से ज्यादा समय हो गए है , जबकी गूगल ने सितंबर 2007 को अपना पहला दशक पुरा किया, तब भी दोनों एक - दूसरे के पर्याय बन गए है।


इस्तेमाल बढने के साथ -साथ बढते चले गए शेयर के दाम -

इंटरनेट का इस्तेमाल जितना बढ रहा है , गूगल के शेयर भी उतने ही चढ़ रहे है। अगस्त 2004 मे गूगल ने जब पहली बार शेयर बाजार मे पैर रखा , तब उसके शेयर 85 डाँलर मे बिक रहे थे। तीन वर्ष बाद, नवंबर 2007 मे इसके शेयर उछलकर 747 डॉलर पर पहुंच गए थे।

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